16 सितंबर बुधवार, किछौछा अम्बेडकर नगर ,उर्स हज़रत मख़दूम अशरफ जहांगीर सिमनानी रहमतुल्लाह अलैहि का उर्स कोरोना के चलते प्रशासनिक दिशा निर्देशों के पालन के साथ शुरू हो गया है, जिसमें आम जायरीनों को आने से मना कर दिया गया है और ऐलान किया गया है कि अकीदतमंद अपने घरों में ही फतिहाखवानी करें और वहां आस पास मौजूद गरीबों की मदद करें, दरगाह शरीफ पर सिर्फ स्थानीय लोग ही सभी जरूरी एहतियात का पालन करते हुए आ सकते हैं।
इस अवसर पर आल इंडिया उलमा मशाईख बोर्ड के अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ़ी फोरम के चेयरमैन हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने खानकाहे अशरफियां शेखे आज़म सरकारे कलां में परचमकुशाई की रस्म अदा की और पूरी दुनिया से इस खतरनाक वायरस की समाप्ति की दुआ की उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यह बड़ा दुख का विषय है कि हम लोगों को मख़दूम के आस्ताने पर आने से कुछ समय के लिए रोक रहे हैं लेकिन लोगों को बीमारी से बचाना भी हज़रत मख़दूम पाक का ही संदेश है,हर वली को किसी न किसी नबी का मोजज़ा करामत के रूप में मिला और हज़रत मख़दूम अशरफ जहांगीर सिमनानी रहमतुल्लाह अलैहि परतवे ईसा हैं यानी आप मरीजों को रब की अता की हुई करामत से फायदा पहुंचाते हैं यही वजह है कि पूरा साल मख़दूम पाक के आस्ताने पर बीमारों का तांता लगा रहता है और हज़ारों की तादाद में परेशान हाल मखलूक आपकी बारगाह से सेहतयाबी की बेशकीमती दौलत से मालामाल होती है।लिहाज़ा जब पूरी दुनिया ऐसी बीमारी के चक्रव्यूह में फस गई है कि लोग आपस में मिलजुल भी नहीं पा रहे हैं हम आपकी बारगाह से अपने रब को पुकारते हैं कि दुनिया को इस बीमारी से निजात मिले।
हज़रत ने दुनिया भर में बसने वाले आशिकाने मख़दूम को उर्स की मुबारकबाद देते हुए कहा कि सभी लोग ज़रूरी एहतियात बरते और घरों में खूब ज़िक्र अस्कार कर अपने रब को राजी करें यह वक़्त सख्त है लोगों की मदद करें बिना उनकी ज़ात , मसलक,और मजहब पूछे ।