22 अप्रैल , बुधवार , किछौछा अम्बेडकर नगर।
आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी अपनी ख़ानक़ाह खानकाहे अशरफिया शैखे आजम सरकारें कलां में बोर्ड और अल अशरफ ट्रस्ट के तत्वाधान से पिछले कई दिनों से हक़दार तक उनका हक़ पहुंचा रहे हैं, लगातार यहां से जरूरतमंदों को राशन बांटा जा रहा है, रमज़ान राशन किट के तौर पर ख़ानक़ाह से लगभग 600 हक़दार घरों तक राशन पहुँचाया जायेगा।
इस मौक पर हज़रत ने कहा कि रमज़ानुल मुबारक का पाक महीना शुरू होने वाला है, हमारी ज़िम्मेदारी बनती है लोगों तक राशन पहुँचाया जाये ताकि रमजान में उन्हें रोज़े रखने की कोई परेशानी पेश ना आये। उन्होंने कहा कि रमज़ान के महीने में हम खुसूसी इबादतें करते हैं लेकिन कोरोना वायरस की वजह से हुकूमत ने लॉक डाउन लागू कर रखा है और शरीअत ने भी इंसानी ज़िंदगी को बड़ी एहमियत दी है इसलिए इंसानी ज़िंदगी की हिफाज़त करते हुए एहकामे शरीअत की पाबन्दी की जानी चाहिए।
हमें चाहिए, लॉक डाउन में पिछले दिनों की तरह इमाम, मोअज़्ज़िन समेत सिर्फ पांच लोग पांच वक़्त की नमाज़ों की तरह तरावीह का भी एहतेमाम करें । ज़्यादा से ज़्यादा क़ुरान मजीद की तिलावत की जाये, कहीं भी किसी भी हालत में भीड़ न लगाई जाए , हमारी दीनी और समाजी दोनों ज़िम्मेदारी है कि कहीं कोई भूखा न रह जाए, इसका खास ख्याल रखें।
हज़रत ने खुसूसी तौर पर कहा, लाउड स्पीकर का इस्तेमाल सेहरी और इफ्तार का वक़्त बताने के लिए छोटे से एलान के लिए किया जाये और सेहरी के लिए जगाने वगैरह के लिए लाउड स्पीकर का इस्तेमाल न करें।
उन्होंने रमज़ानुल मुबारक में लोगों से घर में ही रहकर इबादत करने और कोरोना वायरस की महामारी से छुटकारा पाने के लिए ख़ास दुआ करने की अपील की ।