शादाब रिज़वी ने खुले मन से स्वामी रवींद्र पुरी के आमंत्रण को स्वीकारते हुए कहा कि यही भारत है और यही हमारी परंपरा की हम एक साथ हर जगह खड़े हो ।
शादाब रिज़वी ने खुले मन से स्वामी रवींद्र पुरी के आमंत्रण को स्वीकारते हुए कहा कि यही भारत है और यही हमारी परंपरा की हम एक साथ हर जगह खड़े हो ।