आप किस धर्म के बलात्कारी है?अरे क्या आप मेरे सवाल से नाराज़ हो गए मैंने तो कुछ गलत नहीं पूछा वहीं पूछा है जो आप सब कहते आ रहे हैं?

मुझे याद है आसिफा के बलात्कारियों को हिन्दू कहने वाले ट्विंकल के गुनहगारों को मुसलमान बताने वाले आप ही तो हैं बताइए क्या मै गलत हूं?

देश में बलात्कार काल चल रहा है या यूं कहे कि सभ्यता विनाश के मुहाने पर आ चुकी है ज़रा इंसानियत बची हो तो ज़रा  बच्चियों के बारे में सोचिए जिन्हें बलात्कार का मतलब भी नहीं पता आखिर कैसे  हैवानों ने उन्हें नोच डाला फिर थोड़ा शांत होकर विचार कीजिए आखिर हम क्या कर रहे हैं ?हैवानों का धर्म निर्धारित कर प्रतिक्रिया तय कर रहे हैं जिसका बलात्कार हुआ उस नन्ही परी के लिए न्याय की मांग उसके धर्म को जानने के बाद करना चाहते हैं हिंदू है तो बच्ची के साथ गलत हुआ अगर बच्ची मुसलमान है तो उसे जायज़ कहकर आरोपियों के समर्थन में उतर जाएंगे ?

हिन्दू ,मुसलमान,सिख,इसाई ,पारसी या कोई नास्तिक ही सही अगर उसकी बहन ,बेटी के साथ दरिंदगी होती है तो हमारा विरोध क्या पीड़िता के धर्म को आधार बना कर होगा ? क्या बलात्कारी का धर्म होता है ? यदि बलात्कारी का धर्म होता है तो फिर क्यों न इसे इस्लामिक बलात्कार,भगवा बलात्कार जैसा नाम दिया जाय ?

विचलित मत होइए आंखे खोलने का वक़्त है अगर आप नहीं जागे तो वह दिन दूर नहीं जब ट्विटर अकाउंट पर बलात्कारी शब्द भी सम्मान के साथ जोड़ा जायेगा जो अधिक हिन्दू बच्चियों के साथ दरिंदगी करेगा वह मुस्लिम लीडर कहलाएगा और जो अधिक मुस्लिम महिलाओं बच्चियों की इज्जत लूटे वह हिन्दू नेता इसके ज़िम्मेदार होंगे आप और मैं क्योंकि आप भी अभी खामोश हैं और मैं भी चुप हूं ।देश में हर तरफ सिर्फ बलात्कार की खबर है कहीं 2 साल की बच्ची है कहीं कोई 60 साल की मानसिक रोगी महिला ,आखिर ऐसा क्या बदला कि एक बलात्कारियों की वहशी भीड़ सड़कों पर निकल पड़ी आईये ज़रा सोचें कि रामराज्य के सपने में हम कहां खड़े हैं ?

रावण के पास माता सीता रहती है लेकिन वह मजाल है जो उनकी तरफ आंख भी उठा कर देखता आज का यह हैवान तो राक्षस से तुलना योग्य भी नहीं जब ऐसा है तो बलात्कारी का धर्म कैसे हो सकता है? पीड़िता सिर्फ पीड़ित है और बलात्कारी सिर्फ बलात्कारी इस बीच धर्म कैसे आया ? सोचिए विचारिये क्योंकि यह मामला इंसानियत और हैवानियत के बीच का है एक तरफ हैवान है एक तरफ आप अब आप बलात्कारी को अगर धर्म के चश्मे से देखते हैं तो आप उसके सहधर्मी होने के नाते बलात्कारी भी होंगे क्योंकि आप पीड़िता की आत्मा के साथ बलात्कार कर रहे हैं उसने जिस्म को नोचा है आप उससे भी ज़्यादा नीचे जाकर आत्मा को नोच रहे हैं फैसला कीजिए ?

आखिर बलात्कारी कोई भी हो किसी भी धर्म का चोला पहने हो मौलवी हो या पुजारी,संत के भेष में हो या पादरी के उसका सिर्फ एक नाम है एक पहचान है दरिंदा हैवान इसके सिवा कुछ भी नहीं अगर आप सहमत है तो आइए सभी बेटियों के लिए न्याय मांगे सब हैवानों के लिए फांसी । यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो बताइए आप किस धर्म के बलात्कारी हैं?

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